भारत के वीर सैनिकों की याद में देश के ये गीत गाने वाली स्वर कोकिला लता मंगेशकर आज सुबह खुद अपनी ही अनंत यात्रा पर निकलीं। सारा देश गमगिन व स्थिर रह गया, लोगों का नाम हो गया।
ग्रेट डॉक्टर लता मंगेशकर (92) को गत 8 जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल, सागर में भर्ती किया गया था। अंततः सभी के राज में राज करने वाली 'लता दीदी' को छोड़ कर हमेशा के लिए छोड़ दिया गया। आज देश दो दिन का राष्ट्रीय शोक मना रहा है।
स्वर कोकिला लता जी ने 1942 से 13 वर्ष की आयु में अपने करियर की शुरुआत की और पिछले सात दशकों में 30 से अधिक समुद्री तटों पर उन्होंने 30,000 से अधिक गाने गाए। उन्हें भारत रत्न, पदम भूषण, पदम विभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार और कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
लता जी की आवाज़ ही थी उनकी पहचान। अपनी सुरीली मधुर आवाज से सभी लोगों का मन मोहने वाली पूज्य लता मंगेशकर जी को भावभीनी श्रद्धा एवं नमन, नमन, नमन।